बसपा सुप्रीमो ने संगठन बैठक में भाजपा पर बोला हमला
लखनऊ। यूपी में आने वाले विधानसभा चुनाव में भले ही अभी डेढ़ से दो साल का वक्त है लेकिन वसपा सुप्रीमो की बैठकों का दौर जारी है। वसपा सप्रीमो मायावती लगातार वैठकें करके जिम्मेदार पदाधिकारियों को दिशा निर्देश दे रही है। वहीं उन्होंने भतीजे आकाश आनंद की पार्टी में अभी तक कोई जिम्मेदारी सौपे जाने का ऐलान नहीं किया है। फिलहाल मायावती ने यूपी और उत्तराखंड के संगठन की समीक्षा करते हुए पार्टी के जनाधार को हर स्तर पर बढ़ाने के लिए निर्देश दिए है।
सपा सुप्रीमो ने यूपी की कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा सरकार की तरह ही ये सरकार भी केवल कुछ क्षेत्र और समूह विशेष के लोगों के लिए ही समर्पित है और वैसा ही दिखना भी चाहती है। इससे यूपी का वहु- अपेक्षित और अति-प्रतीक्षित विकास प्रभावित हो रहा है। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा यूपी और उत्तराखंड की भाजपा सरकार को भी धर्म को कर्म के वजाय कर्म को धर्म मानकर काम करे। इसमें ही जन और देशहित पूरी तरह से निहित है।
उन्होंने कहा दलित समाज के वोटों की खातिर वावा साहेव की जयंती मनाने व उन्हें याद करने की होड़ मची रही, लेकिन ऐसे समय में भी उनकी प्रतिमाओं का अनादर और उनके अनुयायियों को प्रताड़ित करने व हत्या जैसी वारदातें हुई है। इससे साफ हो गया कि इन वीएसपी-विरोधी पार्टियों में वावा साहेव के प्रति आदर- सम्मान, निष्ठा और ईमानदारी राजनीति से प्रेरित छलावा है। साथ ही मायावती ने कहा कि यूपी और उत्तराखंड में द्वेष और विभाजन की संकीर्ण राजनीति खत्म होनी चाहिए। लोगों को जोड़ने वाली कर्म ही धर्म की सही संवैधानिक राजनीति के जरिए जन और देशहित में काम करें।
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